‘‘ शब्दो के तरकस से निकले तर्को के बाण‘‘
म. मूण्डवा - वीर तेजा महिला शिक्षण एवं शोध संस्थान तेजास्थली मा. मूण्डवा नागौर के तत्वावधान मे संस्थान संस्थापत अध्यक्ष स्व श्री भंवरसिंह जी डांगावास एवं संस्थान पूर्व निदेशक स्व. श्री पुरखाराम जी मिर्धा की पुण्य स्मृति एवं भारत की महानतम शिक्षाविद विभूति श्री विवेकानन्द जयन्ती के शुभअवसर पर विद्यालयी एवं महाविद्यालयी छात्रा वाद-विवाद प्रतियोगिता ‘‘ स्मृति 2022‘‘ का आयोजन ंकिया गया। वाद-विवाद प्रतियोगिता का सामयिक विषय ‘‘सैन्य सेवाओं में महिलाओं को कॉम्बेट भूमिका की अनुमति देना लैंगिक समानता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम‘‘ रखा गया। विषय के पक्ष व विपक्ष में प्रतियोगियों ने अपनी तरकस रुपी डिक्सनेरी से तर्क-वितर्क के जो शब्द भेदी बाण चलाये उनसे सम्पूर्ण सदन अंचम्भित व रोमांचित हो उठा। प्रतियोगियों की प्रभावी प्रस्तुति, हाव भाव व उत्साह और ओजस्वी वाणी ने श्रोता समुदाय को मन्त्र मुग्ध कर दिया। निर्णायक महानुभाव भी किं. कर्तव्य मूढ स्थिती में परस्पर मूल्यांकन करने में अपने आपको और अपनी लेखनी काफी समय तक निर्णय नहीं ले पा रहे थे। सभी उपस्थित गणमान्य नागरिकों, सभासदोे ने प्रतियोगियों को खुब सराहा व कर्तल ध्वनी से उनका उत्साहवर्द्वन किया। आखिर तीनो न्यायविद निर्णायको ने दूध का दूध और पानी का पानी कर ही दिया। इस प्रतियोगिता में शील्ड विजेता क्रमशः 1. ग्रामोत्थान विधापीठ नागौर 2. वीर तेजा महिला महाविद्यालय तेजास्थली मा. मूण्डवा 3. वीर तेजा बी.एड कॉलेज तेजास्थली मा. मूण्डवा तथा पक्ष-विपक्ष में क्रमशः 1. साहिना उष्ता 2. पिंयका चौधरी 3. सोनू वैष्णव एवं 1. अभिलाषा स्वामी 2. सानिया 3. किरण विश्नोई रही। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमती अनुश्री पुनियां, अध्यक्ष श्री भागीरथ जी चौधरी विशिष्ट अतिथि श्री चतुरगुण खलदानीयां मूख्य जिला शिक्षा अधिकारी श्री राजेन्द्र प्रसाद शर्मा एवं संस्थान अध्यक्ष श्री सी.आर. चौधरी एवं समस्त संस्थान प्रबंधन परिवार ने समस्त सम्भागियांे को एसी महत्वपूर्ण साहित्यिक प्रवृतियों में बढ चढकर भाग लेने की प्रेरणा के साथ जीवन में सफलता के लिये वाणी और लेखनी को सफलता की कुॅज्जी बताया। उनकी विद्वता व वाक चातुर्थ के लिये उनकी मुक्त कण्ठ से भूरी-भूरी प्रषंसा की।
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